10 मई, 2016

तस्वीर तेरी


तस्वीर तेरी मन में
इस तरह समाई है
तुझ में ही खोया रहता हूँ
सोते जागते उठते बैठते
उसी पर दृष्टि रहती है
बंद आँखों से कभी झांकती है
मधुर मुस्कान से रिझाती है
चुन्नी का कौना मुंह में दबा
हाथों में हाथ थामती है
दिल के किसी कौने में
इस तरह पैठ गई है
कभी ओझल नहीं होती
तस्वीर तेरी प्यारी सी
मेरी रग रग में समाई है
तेरी आवाज सुनाई देती है
तू मुझसे बातें करती है
अक्स तेरा अक्सर
मुझ में समा जाता है
दूर होते हुए भी तू
बहुत करीब होती है
दिल दिमाग के हर कौने में
बस तू ही बसी रहती है |
आशा

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